बच्चे के लिए आश्रम में रंगरलिया – भाग ३

मैं पेट के बल लेती थी. मेरा पीठ और उभरी गांड उसके सामने थी. मुझे बहुत शर्म आ रही थी. उसके पहले कभी किसी के सामने नंगी नहीं हुई थी मैं. सिवाए मेरे पति के. पर अब, बच्चे के लिए सब कुछ कर रही थी.. कला ने मेरे पीठ पर तेल लगे और हलके हाथ से मालिश करने लगी… कुछ देर उसने मेरे पीठ की मालिश की, फिर पैरो की मालिश करने लगी..

भाई से चुदवाने का चस्का लगा – Part 2

दोस्तों मै मोनिका मान अपने वादे के मुताबिक फिर से अपनी कहानी ले के हाज़िर हु। आप सब मुझे जानते ही हो जो नए पाठक हैं वो मेरी पिछली कहानी ब्रदर सिस्टर सेक्स: भाई से … Read more

मेरी माँ और पागल भिकारी

हैल्लो चुदाई की कहानी पढ़ने वाले दोस्तों, में आप सबको एक घटना बताना चाहता हूँ, क्योंकि मुझे अपनी घर की औरतों और लड़कियों को दूसरे गैर मर्दो से चुदते हुए देखने में मज़ा आता है. … Read more

भूमिका की गांड चुदी बस में

हैल्लो दोस्तों.. में आपकी दोस्त भूमिका देसी बहु डॉट कॉम पर हाज़िर हूँ मेरे अपने सेक्स अनुभव के साथ। खूबसूरत मोटी गांड और मस्त लंड कभी ज़्यादा देर तक अलग नहीं रह सकते और ऐसा … Read more